Vision
Books Make,
Books Break…
This website is basically designed to pass on the vision Lord Mahavira had for his followers. At that time, past 2600 years there were no books, but there were brains and messages.
And those got passed on in the form of word up till 1000 years. After that started the use of books and books became the lifeline of monks and lay people.
Today in the time of multimedia it was important to inspire the youth and each and every person connected to the morals of Jainism to remain connected with it and elevate oneself.
So we form a website for it.
Mission
To reach the world for peace in a chaotic time. Books have the power to transform and form the reality we are and what we should be.
It's an effort to elevate each and every person to his own self.
And for that we are using the power of words in the form of videos, books, Podcasts, Songs and many more things.
Peace comes when we connect the pieces we are made from.
Team
The main influencer of this page is Disciple of Yugpradhan Acharyasam Param Pujya Pannyas Shri Chandrashekhar vijayji Maharaj Saheb Muni Gunhans vijayji.
He has written more than 250 Books and his whole team is continuously trying to aspire to the world community at whole.
Jain monk is basically a world monk as he cares for the whole world and the whole world is his team.
Coming to the reality, the team contains influencers, writers, designers and many more.
विजन
बुक्स मेक,
बुक्स ब्रेक...
यह वेबसाइट मूल रूप से भगवान महावीर के अपने अनुयायियों के लिए दृष्टि को पारित करने के लिए डिज़ाइन की गई है।
24वें तीर्थंकर प्रभु महावीर के समय अर्थात् लगभग 2600 वर्ष पहले के समय में किताबें नहीं थीं, लेकिन दिमाग और संदेश थे।
और वे 1000 वर्ष तक शब्द के रूप में पारित होते रहे। उसके बाद किताबों का प्रयोग शुरू हुआ और किताबें साधु-संतों और आम लोगों की जीवन रेखा बन गईं।
आज मल्टीमीडिया के दौर में युवाओं को और जैन धर्म से जुड़े हर व्यक्ति को इससे जुड़े रहने और खुद को ऊंचा उठाने के लिए प्रेरित करना जरूरी है।
यही हमारा विज़न है कि इन पुस्तकों के माध्यम से प्रभु के सिद्धांत, प्रभु की सोच, प्रभु की करुणा हर घर तक, हर समाज तक, एवं हर व्यक्ति तक पहुंचे।
मिशन
अराजक समय में शांति के लिए दुनिया तक पहुंचना।
पुस्तकों में वह शक्ति है कि हम जो हैं और जो हमें होना चाहिए, उस वास्तविकता को रूपांतरित कर सकें।
यह प्रत्येक व्यक्ति को अपने आप में ऊपर उठाने का प्रयास है। और उसके लिए हम वीडियो, किताबें, पॉडकास्ट, गाने और कई अन्य चीजों के रूप में शब्दों की शक्ति का उपयोग कर रहे हैं।
शांति तब आती है जब हम उन टुकड़ों को जोड़ते हैं जिनसे हम बने हैं।
हम कौन है ?
युगप्रधान आचार्यसम परम पूज्य पंन्यास श्री चंद्रशेखर विजयजी महाराज साहेब के शिष्य मुनिराज श्री गुणहंस विजयजी महाराज साहेब इस पेज के मुख्य प्रेरक हैं।
उन्होंने 250 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं और उनकी पूरी टीम विश्व समुदाय को समग्र रूप से आकांक्षी बनाने का निरंतर प्रयास कर रही है।
एक जैन साधु मूल रूप से पूरे विश्व का साधु होता है क्योंकि वह पूरी दुनिया की परवाह करता है और पूरी दुनिया उसकी टीम है।
देव गुरु कृपा से टीम में इनफ़्ल्यूएंसर, लेखक, डिज़ाइनर और कई अन्य शामिल हैं।